पैगाम ब्यूरोः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को जब असम के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई को श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो उनके मुंह से निकला कि वो मेरे गुरु थे, मेरे टीचर थे. इस मौके पर तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगाई भी राहुल के साथ थे. बता दें कि तरुण गोगोई का सोमवार को 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था.
राहुल गांधी बुधवार सवेरे गोवा से विशेष विमान से गुवाहाटी आने के बाद सीधे श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र पहुंचे, जहां तरुण गोगोई के पार्थिव शरीर को जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. उन्होंने स्वर्गीय गोगोइ की पत्नी डॉली और पुत्र गौरव से भी भेंट की. गौरव असम से लोकसभा सांसद हैं.
राहुल गांधी ने तरुण गोगोई को याद करते हुए कहा कि उन्होंने असम और देश की सेवा की. मैंने गोगोई जी के साथ कई घंटे बिताए हैं. वह मेरे शिक्षक, मेरे गुरु थे. उन्होंने मुझे समझाया कि असम और यहां के लोगों का महत्व क्या है. उन्होंने असम की सुंदरता से मेरा परिचय कराया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने मुझे हमेशा बेटे की तरह समझा और व्यवहार किया. उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.
मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गोगोई जी सिर्फ असम के नेता नहीं थे, वे राष्ट्रीय नेता थे. वह बेहतरीन मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय स्तर के नेता थे. उन्होंने असम के लोगों को एक करने और राज्य में शांति स्थापित करने का काम किया था.